जिन्दगी

एसा शत्ृत्व ही क्यो  जो शांति से जीने भी न दे
एसा  प्यार ही क्यो जो षक के बल पर बन्दे
एसा जीवन ही क्यो जो अकेले होते हुये भी किसी को अपना नही बना सके
एसा इन्सान ही क्यो जो होते हुये भी न होने की बराबर हो
एसा परेशानी भी क्यो जिसका हल तुम्हारा पास ही न हो
कुच्छ भी हो या न हो
चहरे पर मुस्कुराहट  से चलनेवालों की
अपनी जिन्दगी पर आषा से चलनेवालों की  हार नही होती